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Sunday 28 July 2013

Meri Zindgi Ki Aakhri Dua

Meri Zindgi Ki Aakhri Dua


Aasmaa Me Sitaron Ki Chamak Baki Rhi
Uski Choodiyon Ki Khanak Baki Rhi..

Ab Kaha Zindgi Baaki Rhi E Dost
Maaf Krna Yeh Kahani Baki Rhi..

Mana Ki Iss Safar Ki Koi Manzil Nhi
Ek Raat Ki Aur Zindgi Baki Rhi..

Yeh Sard Hawaon Ka Mousam Hai Dost
Begharon Ko Peimaano Ki Rahat Baki Rhi..

Yun Hi Khatam Ho Jayega Hr Ek Intezaar
Kya Hua Jo Kuchh Hasraten Baki Rhi..

Naa Afsos Kr Judaai Ka, Fir Kbhi Mill Lenge
Meri Zindgi Ki Aakhri Dua Baki Rhi.......!!!!!!

Thursday 19 July 2012

जिंदगी की नज़र


जिंदगी की नज़र जीते जी हो चले

क्या पता कब कहाँ खुद को हम खो चले

आखिरी नींद क्या सोच कर सोइए

जाने अनजाने में कैद फिर हो चले

चाह कर चैन को चैन ही खो दिया

कर्म फल बांचते कुछ नया बो चले

भागवद सार फिर घोल कर पी गए

हाथ को युद्ध में रक्त से धो चले......

Friday 13 July 2012

महोब्बत

महोब्बत की वादियों से निकला ये पैगाम था,
हम प्यार के रास्ते पर चले पर वह  रास्ता सुनसान था.
उसना देखा मेरा चेहरा  पर मेरा हसीन चेहरा सुनसान था........

Thursday 5 July 2012

मेरी जिन्दगी एक खुली किताब है......!!

ह्रदय के हर पन्ने पर अंकित
प्रिये ! तेरा नाम है ।
चाह कर भी न कर सका पूरी
अधूरी लिखी किताब है
मेरी जिन्दगी एक खुली किताब है।
जब गुजरती है, हवा पास से
खर खरा उठते हैं पन्ने ,
समा जाती है एक भीनी खुशबू
सिर्फ़ तेरे अहसास से ।
आ जाओ अगर तुम प्रिये
सारे बन्धन तोड़ कर
कितनी मधुर हो जायेगी
जिन्दगी की , ये जो किताब है
मेरी जिन्दगी एक खुली किताब है ।
देखता हूँ , जब दूसरो को
दर्द से बेहाल होते हुए
मेरा दर्द तो , कुछ भी नही
जिंदा हूँ, गम को पीते हुए ।
पढ़ लो , अगर ये पन्ने तुम
मजबूर हो जाओगी
लिखी इसमें जो हिसाब है
मेरी जिन्दगी ...... ।
हर किताबों में तुम्हें
मिलेगी , एक अनोखी कहानी
मगर मेरी किताबों में तुम्हें
होंगे एहसास सिर्फ़ आंखों के पानी
लगेगा तुम्हें ज्यों ,आसमान से
बरसा रहा , कोई शराब है
मेरी जिन्दगी ....... ।
सूने पृष्ठ हैं , कोरे पन्ने हैं
दर्द , सिर्फ़ मेरे अपने हैं
क्या करोगी पढ़ कर इन्हें
तुम्हारे तो नशीले सपने हैं ।
हर पत्त्ती कह रही है , दर्द मेरा
गम से मुरझा गया गुलाब है ,
मेरी जिन्दगी एक खुली किताब है ।

Monday 2 July 2012

मेरा प्यार

तुमसे  वादा  किये  बिना  भी  तुम्हारा  इंतज़ार  करते  हैं,
तुम्हारी  जुदाई  से  बढ़कर  भी  तुझे  प्यार  हम  करते  हैं,
तुम्हारे  चहरे  की  उदासी  अब  भी  हमे  बता  रही  हैं,
मुझसे  मिलने  के  लिए  तुम्हारे  भी  दिल  बेकरार  करते  हैं.
 

Wednesday 27 June 2012

इंक़लाब जिंदाबाद

"एक ज़रा सा सच बोला है और तो कोई बात नहीं ........"
सरकार को मेरे नौकरी करने,कविता पढने,पारिश्रमिक लेने और कविता-प्रेमियों द्वारा "यूथ-आइकन" काहे जाने पर भारी आपत्ति है ....!आज एक छिपे मोर्चे से वार किया है सरकार और उस के पालतू ने(जल्दी ही हमले का पूरा खुलासा करूँगा) ....देखते हैं .....ज्यादा करेंगे ये लोग तो नौकरी,कविता पढना,मानदेय लेना छोड़ देंगे.....जात के बामन है भैया ...माँग कर खा लेंगे ....पर ये लोग गलतफमी न पालें....आन्दोलन नहीं छोड़ेंगे ...बकौल पाश भैया ..."हम लड़ेंगे साथी ....!" लोकतंत्र के पिस्सुओ सावधान ... खून पीने का आप का खानदानी काम अब ज्यादा दिनों तक नहीं चलने वाला नहीं है ....आप लोग भी कोई और काम ढूंढ़ ही लीजीये ..अगर आता हो तो ! जय हिंद ! इंक़लाब जिंदाबाद !

 

Wednesday 20 June 2012

DIL KA DARD.......!!!!!

आज  दिल  दुख  है  ,तुम  याद  आये
हम  चंद  लोग  है ,अपने  कहा  ढूंढ़  पाए.
जागे  है  सोये  नहीं, ऐसी  है  अपनी  ये  बचानी.
ओहू   होहो  ओहोहो  हूँ